Thawe Junction: गोपालगंज की आबादी को चाहिए सीधी ट्रेन, दिल्ली-मुंबई तक कनेक्टिविटी की दरकार
सांसद ने रेलवे मंत्री को सौंपी मांग पत्र

गोपालगंज। दिल्ली और अन्य महानगरों तक रेल संपर्क को लेकर गोपालगंज वासियों की बहुप्रतीक्षित मांग को लेकर सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन ने एक बार फिर जोरदार पहल की है। सांसद ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर गोपालगंज से दिल्ली के लिए ट्रेन संचालन और थावे जंक्शन पर वाई-पिट निर्माण की मांग की है।
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उन्होंने पत्र में लिखा कि गोपालगंज और उत्तर बिहार के अधिकांश जिलों के लोगों के लिए दिल्ली एक प्रमुख गंतव्य है, जहाँ बड़ी संख्या में लोग शिक्षा, व्यापार, इलाज और रोजगार के लिए प्रतिदिन यात्रा करते हैं। बावजूद इसके अब तक गोपालगंज से सीधे दिल्ली जाने के लिए कोई भी ट्रेन सेवा उपलब्ध नहीं है, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
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थावे तक ट्रेन विस्तार और वाई पिट निर्माण की मांग
डॉ. आलोक सुमन ने कहा कि गोपालगंज और आसपास के लगभग 32 लाख लोगों के लिए यदि एक भी ट्रेन दिल्ली के लिए शुरू की जाती है तो यह क्षेत्रीय विकास और सामाजिक-आर्थिक समावेशन के लिए अहम साबित होगा। इसके साथ ही थावे तक वाई पिट और बाई पास लाइन बनाए जाने की भी आवश्यकता है ताकि थावे से ट्रेनों का सुगम परिचालन सुनिश्चित हो सके।
रेल मंत्रालय को सौंपे गए मांगों के मुख्य बिंदु:
पत्र में रेल मंत्री को जो मांगें सौंपीं गईं, उनमें प्रमुख रूप से निम्नलिखित बिंदु शामिल हैं:
- थावे जंक्शन पर वाई पिट और यार्ड का निर्माण।
- गोरखधाम और हमसफर एक्सप्रेस ट्रेनों का विस्तार थावे/गोपालगंज तक।
- AC सुपरफास्ट अणुव्रत एक्सप्रेस का मार्ग परिवर्तन कर गोपालगंज होते हुए चलाने की अनुशंसा।
- लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस एवं छपरा-फर्रुखाबाद एक्सप्रेस का विस्तार थावे तक।
- अहमदाबाद-गोपालगंज एक्सप्रेस ट्रेन की स्वीकृति।
- छपरा से होकर भारत दर्शन ट्रेन संचालन की अनुशंसा।
- उधमपुर-दानापुर एक्सप्रेस को थावे तक विस्तार।
- ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत थावे जंक्शन के अधूरे कार्यों को पूरा करने की मांग।
पर्यटन और धार्मिक दृष्टिकोण से भी अहम
सांसद ने बताया कि थावे दुर्गा मंदिर बिहार और उत्तर भारत के प्रमुख शक्तिपीठों में से एक है। इसके अलावा इस क्षेत्र से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात सहित कई राज्यों में काम करने वाले लाखों लोग आते-जाते हैं। दिल्ली के लिए सीधी ट्रेन न होने के कारण लोगों को गोपालगंज से लगभग 65 से 68 किलोमीटर दूर सिवान या छपरा जाकर ट्रेन पकड़नी पड़ती है।
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रेल दुर्घटनाओं पर भी जताई चिंता
पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि दिल्ली के लिए ट्रेन न होने के कारण हर दिन करीब 250 प्राइवेट बसें चलती हैं, जिससे सड़क दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। सांसद ने मांग की कि थावे जंक्शन को विकसित कर सीधी ट्रेन सुविधा दी जाए ताकि लोगों को सस्ता, सुरक्षित और सुविधाजनक परिवहन मिल सके।
रेल मंत्री से की शीघ्र कार्रवाई की अपील
डॉ. सुमन ने उम्मीद जताई कि रेल मंत्री जनता की भावनाओं और इस क्षेत्र की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए थावे जंक्शन को बेहतर रेल कनेक्टिविटी देने की दिशा में शीघ्र कदम उठाएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि वह अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे।