नौकरी के बदले जमीन मामले में बिहार की सियासत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले लालू परिवार को जमानत मिल गई है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव और हृदयानंद चौधरी को राउज एवेन्यू कोर्ट ने अंतरिम जमानत दी। राबड़ी देवी और मीसा भारती को शुक्रवार को लालू परिवार की कोर्ट में पेशी की बारी में देखकर लोग हैरान रह गए। पुलिस सुरक्षा के बीच राबड़ी देवी आगे-आगे पैदल चल रही थीं, जबकि बेटी मीसा भारती व्हील चेयर पर बैठी हुई दिखीं। यह दृश्य हर किसी को हैरान कर दिया।
लैंड फॉर जॉब से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव, हृदयानंद चौधरी और अमित कात्याल आज राउज ऐवन्यू कोर्ट में पेश हुए। राबड़ी देवी इस दौरान पैदल चलती दिखीं, लेकिन उनकी बेटी मीसा भारत को व्हिल चेयर पर देखकर सभी हैरान हो गए। ED ने 4751 पेज की चार्जशीट दाखिल की है। Land for Job मामले में ED का ये पहला आदेश है।
ईडी ने इस मामले में कुल सात लोगों को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में आरोपी बनाया है। ईडी ने सुनवाई के दौरान बताया कि आरोपी अमित कात्याल ने 2006-07 में एके इन्फोसिस्टम की स्थापना की थी। कंपनी आईटी से जुड़ी थी। ED ने अदालत को बताया कि कंपनी ने वास्तव में कुछ नहीं किया बल्कि बहुत सारे भूखंड खरीदे। इनमें से एक भूखंड काम के बदले जमीन घोटाले से प्राप्त हुआ।