सारण में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए मुखिया और जनप्रतिनिधि करेंगे जागरूक

छपरा
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

• हाई होम डिलीवरी वाले पंचयात को किया गया चिन्हित

•पिरामल स्वास्थ्य के सहयोग स्वास्थ्य विभाग ने की पहल

छपरा। संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने और होम डिलीवरी मुक्त पंचायत बनाने के उद्देश्य से पानापुर प्रखंड के बसहिया और कोंध पंचायतों में स्वास्थ्य विभाग की ओर से ग्राम पंचायत प्लानिंग और फैसिलिटेशन फोरम का गठन किया गया। जिसे पंचायत के मुखिया अमरेन्द्र कुमार सिंह और हीरा देवी की अध्यक्षता में स्थापित किया गया। इस फोरम का उद्देश्य जनसमूह में संस्थागत प्रसव के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना था, ताकि होम डिलीवरी की दर को घटाया जा सके और प्रसव के दौरान होने वाली जटिलताओं से बचा जा सके।

एक्शन प्लान बनाकर रोका जायेगा गृह प्रसव :

संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए आयोजित इस बैठक में ग्रामीणों से होम डिलीवरी के कारणों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में उपस्थित लोगों से यह पूछा गया कि वे क्यों होम डिलीवरी को प्राथमिकता देते हैं, और क्या उन्हें संस्थागत प्रसव के बारे में पर्याप्त जानकारी है। इसके बाद मुखिया अमरेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि इस समस्या का समाधान निकालने के लिए एक्शन प्लान तैयार किया जायेगा ।

उन्होंने कहा कि संस्थागत प्रसव से न केवल प्रसव संबंधित जटिलताओं और जोखिम को कम किया जा सकता है, बल्कि यह मां और बच्चे दोनों की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करता है। संस्थागत प्रसव से चिकित्सकीय देखरेख में सुरक्षित प्रसव होने के कारण गंभीर जटिलताओं की संभावना कम हो जाती है, और महिला एवं शिशु की मृत्यु दर में कमी आती है।

जननी सुरक्षा योजना और अन्य लाभ:

बैठक में जननी सुरक्षा योजना के बारे में भी विस्तार से बताया गया। इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को संस्थागत प्रसव के लिए आर्थिक मदद प्रदान की जाती है। इसके अलावा, बैठक में उपस्थित सभी ग्रामीणों को बताया गया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से अनेक योजनाएं और सेवाएं उपलब्ध हैं, जो महिलाओं के स्वास्थ्य और उनकी प्रसव संबंधी देखभाल को बेहतर बनाने में सहायक हैं।

मुखिया अमरेन्द्र कुमार सिंह ने ग्रामीणों को विश्वास दिलाया कि पंचायत द्वारा इस योजना का पालन सुनिश्चित किया जाएगा और संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने उपस्थित सभी लोगों से यह भी आग्रह किया कि वे संस्थागत प्रसव के लाभों को समझें और इसे अपनाने के लिए जागरूक हों।

बैठक में उपस्थित प्रमुख लोग

इस जागरूकता अभियान में कई महत्वपूर्ण अधिकारी और ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ता भी शामिल थे। बैठक में एडीएम सारण, बीडीओ पानापुर, सीओ पानापुर, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, डीएल पीरामल, पीएल पीरामल, वार्ड सदस्य, सीएचओ , एएएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, जीविका दीदी और अन्य ग्रामीण उपस्थित थे। इन सभी ने बैठक को सफल बनाने के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया और संस्थागत प्रसव के महत्व को समझाने में मदद की।

पंचायत को बनाया जायेगा होम डिलीवरी मुक्त :

संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के इस प्रयास से उम्मीद की जा रही है कि पानापुर प्रखंड की बसहिया और कोंध पंचायतों में होम डिलीवरी की दर को कम किया जा सकेगा और अधिक से अधिक महिलाओं को सुरक्षित प्रसव की सुविधा मिल सकेगी। स्वास्थ्य विभाग और पंचायत प्रशासन की इस संयुक्त पहल से महिला एवं बाल स्वास्थ्य में सुधार होगा, और पंचायत को होम डिलीवरी मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जाएगा।