Rail Line Project: छपरा ग्रामीण से कटिहार तक 8600 करोड़ की लागत से 311KM लंबी तीसरी और चौथी रेल लाइन का होगा निर्माण
तीसरी और चौथी लाइन की डीपीआर तैयार

छपरा। पूर्व मध्य रेलवे के सोनपुर मंडल अंतर्गत अत्यधिक व्यस्त रेल मार्गों पर ट्रेन संचालन को सुगम और समयबद्ध बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। छपरा ग्रामीण–सोनपुर–हाजीपुर–शाहपुर पटोरी–बछवाड़ा और बरौनी–कटिहार खंड पर तीसरी व चौथी रेल लाइन बिछाने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) का प्रथम चरण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
यह महत्त्वाकांक्षी परियोजना कुल 311 किलोमीटर लंबी होगी और इसे करीब ₹8600 करोड़ की लागत से पूरा किया जाएगा। रेलवे बोर्ड द्वारा इस परियोजना की डीपीआर बनाने की स्वीकृति पहले ही दी जा चुकी थी, और अब रिपोर्ट को अंतिम रूप देकर बोर्ड को भेजने की तैयारी की जा रही है।
किन क्षेत्रों को कवर करेगी परियोजना?
इस परियोजना के अंतर्गत छपरा ग्रामीण – सोनपुर – हाजीपुर – शाहपुर पटोरी – बछवाड़ा, बरौनी – कटिहार रेल खंड शामिल हैं। यह पूरा मार्ग भारतीय रेलवे के उच्च घनत्व नेटवर्क (HDN Route) का हिस्सा है, जो दिल्ली–गुवाहाटी को रोजा, गोरखपुर और कुमेदपुर होते हुए जोड़ता है। यह रूट पूर्वोत्तर भारत को राष्ट्रीय राजधानी और देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाला एक प्रमुख रेल कॉरिडोर है।
विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) की समीक्षा
पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक और अन्य विभागाध्यक्षों की उपस्थिति में हाजीपुर मुख्यालय में इस परियोजना की डीपीआर की गहन समीक्षा की गई। इस दौरान तकनीकी सुझाव, संभावित चुनौतियां, और अनुमानित लागत घटकों पर विस्तार से विचार किया गया। अब अंतिम मसौदा तैयार कर इसे जल्द ही रेलवे बोर्ड को स्वीकृति हेतु भेजा जाएगा।
तीसरी और चौथी लाइन क्यों जरूरी है?
इस खंड पर यात्रियों और मालगाड़ियों की आवाजाही पहले से ही अत्यधिक है। मौजूदा दोहरी रेल लाइनें यातायात की मांग को पूरा करने में सक्षम नहीं हैं। ऐसे में तीसरी और चौथी लाइन बनने से:
- ट्रेनों की लेटलतीफी में कमी आएगी
- यात्रा की गति और सुविधा में बढ़ोतरी होगी
- मालगाड़ी संचालन अधिक व्यवस्थित होगा
- औद्योगिक व व्यापारिक गतिविधियों को बल मिलेगा
- नई ट्रेनें और कनेक्टिविटी के रास्ते खुलेंगे
परियोजना का सारांश (डेटा टेबल):
प्रमुख घटक | विवरण |
---|---|
कुल लंबाई | 311 किमी |
कुल लागत | ₹8600 करोड़ |
शामिल रेलखंड | छपरा ग्रामीण से कटिहार (दो खंडों में) |
रेलवे जोन | पूर्व मध्य रेलवे, सोनपुर मंडल |
रूट प्रकार | उच्च घनत्व नेटवर्क (HDN) |
डीपीआर स्थिति | प्रथम चरण पूर्ण, अंतिम समीक्षा जारी |
अगला कदम | रेलवे बोर्ड को स्वीकृति हेतु प्रेषण |
रेल परियोजना के पूरा होने से सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, कटिहार समेत बिहार के कई जिलों में आवागमन बेहतर होगा। छात्रों, व्यापारियों, रोजाना सफर करने वालों को इससे विशेष लाभ होगा। बेहतर कनेक्टिविटी से स्थानीय उद्योगों, लॉजिस्टिक्स, और पर्यटन को भी नई रफ्तार मिलने की उम्मीद है।