एयरलाइंस ऑपरेटर्स कमेटी के चेयरमैन रूपेश का शव पहुंचते ही गांव में पसरा मातम
– पटना में अज्ञात अपराधियों ने की थी हत्या
– पटना में अज्ञात अपराधियों ने घटना को दिया अंजाम
@संजीवनी रिपोर्टर
छपरा : जिले के जलालपुर थाना क्षेत्र के संवरी गांव निवासी शिवजी सिंह के पुत्र तथा एयरलाइंस ऑपरेटर्स कमेटी के चेयरमैन एवं इंडिगो एयरपोर्ट के मैनेजर रूपेश सिंह की कंफर्म पैतृक गांव जलालपुर थाना क्षेत्र के सोमवारी पहुंचते ही बुधवार को मातम छा गया। रूपेश सिंह की हत्या मंगलवार की देर शाम को अज्ञात अपराधियों ने राजधानी पटना में कर दी थी। हत्या के कारणों और हत्यारों के बारे में फिलहाल पता नहीं चला है, लेकिन उनका शव गांव पहुंचते ही लोगों की हुजूम उनके घर उमड़ पड़ी। बुधवार को सुबह से लेकर शाम तक शोक संवेदना व्यक्त करने वाले लोगों का ताता लगा रहा।
महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, मांझी के विधायक डॉ सत्येंद्र यादव के अलावा पूर्व विधायक शत्रुघ्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा एवं दर्जनों पंचायत प्रतिनिधि उनके घर पहुंचे और शोक संतप्त परिजनों से मिलकर संवेदना जताई और ढांढस बंधाया। बुधवार की शाम तक उनका अंतिम संस्कार नहीं हो सका है। इंडिगो के चेयरमैन तथा अन्य अधिकारियों के उनके घर आने का इंतजार हो रहा है। रूपेश सिंह की हत्या पर सारण के सांसद राजीव प्रताप रूडी तथा महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने दुःख जताया है।
विधायक ने कहा बिहार में अपराधी बेलगाम
जलालपुर के विधायक डॉ सत्येंद्र यादव ने हत्या की इस घटना की कड़ी भर्त्सना की है और कहा है कि बिहार में अपराधी बेलगाम हो चुके हैं। अपराध तथा अपराधियों पर सरकार और पुलिस का कोई नियंत्रण नहीं है। उन्होंने कहा कि राजधानी पटना में सरे शाम रूपेश सिंह को गोलियों से भून दिया गया। यह सुशासन की सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान है।
हत्या की खबर मिलते ही छाया मातम
बताते चलें कि पटना के पुनाइचाक में मंगलवार की देर शाम को हुई हत्या की घटना की खबर मिलते ही गांव में मातम छा गया था और परिजनों में कोहराम मच गया । ग्रामीण इस घटना से स्तब्ध हैं। इलाके में समाजसेवी के रूप में प्रसिद्ध रूपेश सिंह की हत्या की खबर मिलने के बाद लोगों में मातम छाया हुआ है। सहसा इस घटना पर लोगों को विश्वास ही नहीं हो पा रही है। क्षेत्र के लोगों की चिकित्सा तथा शादी विवाह समेत गरीब व मेधावी छात्र-छात्राओं को सहायता करने के लिए हमेशा तत्पर रहने वाले रूपेश सिंह की हत्या की खबर मिलने के बाद उनके घर पर काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई । तीन भाइयों में सबसे छोटे रूपेश सिंह इलाके में समाजसेवी के रूप में अपनी पहचान बनाए हुए थे।
उनके एक भाई ठेकेदार है तथा दूसरे भाई कौशल विकास केन्द्र में कार्यरत हैं। बताते चलें कि पटना जिले के पुनाइचाक थाना क्षेत्र के शंकर पथ स्थित कुसुम विला अपार्टमेंट के फ्लैट नम्बर 303 में रूपेश परिवार के साथ रह रहे थे। 7:15 बजे आए रूपेश गाड़ी से उतरने ही वाले थे कि वहां बाइक से पहुंचे अपराधियों ने गोली मार दी। रूपेश पटना में इंडिगो के मैनेजर थे। फ्लैट में पत्नी और 2 बच्चों के साथ रह रहे थे। घटना के बाद गंभीर स्थिति में इन्हें पारस में भर्ती कराया गया, लेकिन तब तक वे दम तोड़ चुके थे।
समाजसेवी के रूप में थी पहचान
रूपेश सिंह सारण जिले के जलालपुर थाना क्षेत्र के संवरी के निवासी शिवजी सिंह के पुत्र थे। वह तीन भाईयों में सबसे छोटे थे। वह पटना में काफी दिनों से इंडिगो से जुड़े हुए थे। फिलहाल वे इंडिगो के स्टेशन मैनेजर के तौर पर काम कर रहे थे। बताया जाता है उनके कार्यकाल में इंडिगो ने बेहतर बिजनेस किया था। रूपेश एयरपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष भी चुने गए थे।
सेमरिया घाट पर हुआ अंतिम संस्कार
मृतक रूपेश सिंह का अंतिम संस्कार में सेमरिया शमशान पर किया गया। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, जिलाधिकारी डा नीलेश रामचंद्र देवरे, सदर एसडीओ अरूण कुमार सिंह, बीडीओ अर्चना कुमारी, सीओ संगीता कुमारी, कार्यपालक पदाधिकारी रौशन कुमार रौशन, बुलबुल मिश्रा, पूर्व मुखिया संगीता सिंह उर्फ बेबी सिंह, उपमुख्य पार्षद प्रतिनिधि किशोर पपु, पूर्व जदयू प्रदेश सचिव शैलेन्द्र सिंह, भाजपा क्रिड़ा प्रकोप प्रभारी धर्मेंद्र सिंह चौहान, पूर्व विधायक चोकर बाबा, थानाध्यक्ष किशोरी चौधरी, सिविल सर्जन डा माधवेश्वर झा आदि ने नम ऑखों से अंतिम विदाई दी।