सारण में 91 निजी तालाब का होगा निर्माण, 26 के निर्माण का कार्य शुरू
– प्रखंड कृषि पदाधिकारियों, किसान सलाहकारों, तकनीकी प्रबंधकों का प्रशिक्षण आयोजित
– जल जीवन हरियाली योजना के तहत दी गयी स्वीकृति
– जल संचयन एवं कृषि प्रबंधन की दिशा में महत्वपूर्ण पहल
@संजीवनी रिपोर्टर
छपरा : जिले में 91 निजी तालाबों का निर्माण कराया जायेगा। फिलहाल 26 तालाबों के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया है और 146 आवेदन जांच के लिए रखे गए हैं। उक्त बातें जिला कृषि पदाधिकारी डॉक्टर के के वर्मा ने बुधवार को कृषि भवन के प्रांगण में आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में कही। उन्होंने प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कहा कि निर्धारित समय सीमा के अंदर लक्ष्य के अनुरूप जिले में निजी तालाबों का निर्माण का कार्य हर हाल में पूरा कराना है। इसके प्रति किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने प्रखंड कृषि समन्वयक, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, तकनीकी सहायक तथा तकनीकी प्रबंधक को निर्देश दिया कि बेहतर ढंग से प्रशिक्षण प्राप्त करें और प्रशिक्षण के उपरांत सरकार के दिशा निर्देशों के आलोक में मॉडल थ्री तालाब का निर्माण कराया जाना है। उन्होंने बताया कि मॉडल थ्री के तहत तालाब का निर्माण कराने वाले किसानों को 44 हजार रुपए सब्सिडी देने का प्रावधान है ।
तालाब का निर्माण 3 कट्ठा जमीन पर कराया जाना है। उन्होंने कहा कि जिले में कुल 260 तालाब का निर्माण कराने का लक्ष्य रखा गया है । अब तक प्राप्त 1559 ऑनलाइन आवेदनों में से 117 आवेदनों को स्वीकृत किया गया है। जबकि 1305 आवेदन रद्द कर दिए गए हैं। 146 आवेदन फिलहाल जांच में रखे गए हैं। 91 आवेदन को स्वीकृति प्रदान की गई है, जिसमें से 26 किसानों को तालाब का निर्माण कराने की स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। उन्होंने जल जीवन हरियाली के महत्व तथा उद्देश्य पर विस्तार से प्रकाश डाला तथा कहा कि कृषि प्रबंधन में जल संचयन काफी महत्वपूर्ण है। जल संचयन प्रणाली विकसित होने से जिले में जलजमाव तथा सूखाग्रस्त इलाके में किसान सालों भर सिंचाई की समस्या से निजात पा सकते हैं
और जल का सदुपयोग सिंचाई के लिए कर सकते हैं। इसके अलावा तालाब निर्माण कराने वाले किसानों को कृषि वानिकी के तहत तलाब की मेड़ पर पौधारोपण कराने की भी योजना है। वर्मी कंपोस्ट के उत्पादन भी कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि समेकित कृषि प्रणाली को भी किसान अपना सकते हैं।
इस मौके पर कृषि समन्वयक (यंत्रीकरण) दीपक कुमार, कृषि समन्वयक (जल जीवन हरियाली) दीपक कुमार सिंह, कृषि समन्वयक मुकेश कुमार सिंह, अनिरुद्ध सिंह, मिथुन कुमार, सहायक निदेशक (अभियंत्रण) संजय कुमार के अलावा कृषि विभाग के सभी पदाधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।