छपरा में 12 सूत्री मांगों के समर्थन में आशा कार्यकर्ताओं की तीसरे दिन भी जारी रहा हङताल
छपरा। आशा संघर्ष समिति संयुक्त मंच के आह्वान पर जिले के सभी आशा कार्यकर्ताओं ने 12 सूत्री मांगों के समर्थन में तीसरे दिन सोमवार को भी हङताल जारी रहा । हङताली आशा कार्यकर्ताओं ने तीसरे दिन सदर अस्पताल के समक्ष प्रदर्शन किया । सरकारी सेवक घोषित करने तथा 18 हजार रुपये मानदेय देने की मांग आशा कार्यकर्ताओं ने की । धरना प्रदर्शन का नेतृत्व जिला मंत्री कांति सिंह ने किया । उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आशा कार्यकर्ताओं की जायज मांगों की घोर अनदेखी कर रही है और सरकार की वादाखिलाफी के कारण जिले के सभी आशा कार्यकर्ताओं को हङताल पर जाना पङा है जिसके कारण जिले में स्वास्थ्य सेवाओं और कार्यक्रमों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है । इसके कारण सबसे अधिक प्रसव पीड़ित महिलाओं को परेशानी हो रही है । उन्हें संस्थागत प्रसव कराने के लिए अस्पताल ले जाने और नवजात शिशुओं की देख रेख करने की आवश्यक जानकारी नहीं दी जा रही है । गर्भवती महिलाओं की नियमित जांच व टीकाकरण प्रभावित हो रहा है । सरकार की ओर से चलायी मातृ शिशु मृत्यु दर को कम करने के कार्यक्रम भी प्रभावित हो रहा है । उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं को किसी तरह की नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया है लेकिन उनसे त्याग पत्र मांगा जा रहा है । उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार अगर शीघ्र कार्रवाई नहीं की गयी तो, सरकारी अस्पतालों में तालाबंदी भी किया जायेगा । इस मौके पर सभा को सुमन कुमारी, सीता कुमारी, विन्नी उपाध्याय, सुनिता देवी, इन्दू देवी, फूलपति देवी, रूबी देवी, सुशीला देवी, मानती देवी, मीरा पुरी आदि ने संबोधित किया । धरना प्रदर्शन में सैकड़ों आशा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया ।